JEE Main vs JEE Advance: आसान भाषा में समझें जेईई मेंस और जेईई एडवांस में फर्क?

 

JEE Main and JEE Advanced Difference

जानिए आपको यहाँ क्या-क्या जानकारी मिलेगी

जेईई मेन और जेईई एडवांस्ड में क्या अंतर है?

 

राष्ट्रीय टेस्ट एजेंसी  द्वारा संचालित इंजीनियरिंग कोर्स के लिए मेन प्रवेश पारीक्षा की बात करें तो JEE Main का नाम आता है। बेहतर से बेहतर कॉलेज या शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए दिए जाने वाले इस टेस्ट में पीसीएम ग्रूप वालों की बारीकी से परीक्षा ली जाती है।

आपके बेसिक कॉन्सेप्ट अगर ठीक हैं, दूसरा अगर आपको इंजीनियरिंग करने में रुचि है, तो JEE Main 2025 आवेदन करना चाहिए। जेईई मेन के अलावा इस श्रेणी में जेईई एडवांस भी भारत में इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षा है, इनके बीच कई महत्वपूर्ण अंतर हैं। यहां हम सरल भाषा में समझेंगे कि दोनों परीक्षाओं (JEE Main vs JEE Advance) में क्या-क्या फर्क है और इनका महत्व क्या है।

 

1. JEE Main व JEE Advance परीक्षाओं का उद्देश्य

जेईई मेन (JEE Main) का मुख्य उद्देश्य एनआईटी (NIT), ट्रिपल आईटी (IIIT), और कुछ अन्य सरकारी व निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश दिलाना है। जेईई मेन को पास करना पहला कदम होता है। इसके बाद, जो छात्र JEE Main अच्छी रैंक के साथ पास करते हैं, वे जेईई एडवांस में बैठने के पात्र होते हैं।

जेईई एडवांस (JEE Advanced) का उद्देश्य केवल आईआईटी (IIT) में प्रवेश के लिए है। इसका मतलब यह है कि जेईई एडवांस को पास करके ही छात्र आईआईटी में प्रवेश पा सकते हैं। यह जेईई मेन की तुलना में थोड़ा जटिल होता है और आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश के लिए पास करना होता है।

 

2. JEE Main vs JEE Advance परीक्षा स्तर

जेईई मेन (JEE Main) का कठिनाई स्तर अपेक्षाकृत कम होता है, क्योंकि इसे एक बड़ी संख्या में छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है। इस परीक्षा में प्रश्न अधिकतर 11वीं और 12वीं की किताबों पर आधारित होते हैं, इसलिए जो छात्र अपनी किताबों को अच्छी तरह से पढ़ते हैं, वे इसमें अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। जेईई मेन में मुख्य रूप से मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन (MCQ) होते हैं और नेगेटिव मार्किंग भी होती है।

जेईई एडवांस का कठिनाई स्तर अधिक होता है और इसमें प्रश्न बहुत ही जटिल होते हैं। इस परीक्षा में न केवल 11वीं और 12वीं की किताबों से बल्कि गहन कान्सेप्ट्स पर आधारित प्रश्न होते हैं, जिनमें उच्च स्तर की सोच और समस्या-समाधान के कौशल की जरूरत होती है। जेईई एडवांस में MCQ के साथ-साथ नए तरह के प्रश्न जैसे नैचुरल नंबर टाइप क्वेश्चन (NAT) भी होते हैं।

 

3. JEE Main vs JEE Advance परीक्षा स्वरूप

जेईई मेन परीक्षा ऑनलाइन होती है और इसमें पेपर 1 और पेपर 2 होते हैं। पेपर 1 बी.टेक के लिए है, जबकि पेपर 2 बी.आर्क और बी.प्लानिंग के लिए होता है। पेपर 1 में तीन सेक्शन होते हैं: फिजिक्स, केमिस्ट्री, और मैथ्स, जिनमें प्रत्येक सेक्शन के 20-25 प्रश्न होते हैं। परीक्षा का समय तीन घंटे होता है।

जेईई एडवांस में पेपर 1 और पेपर 2 दोनों होते हैं, जो एक ही दिन में होते हैं। हर पेपर तीन घंटे का होता है और इनमें भी फिजिक्स, केमिस्ट्री, और मैथ्स के प्रश्न होते हैं। लेकिन, दोनों पेपरों का पैटर्न हर साल बदलता है, ताकि छात्रों की सोचने की क्षमता का परीक्षण किया जा सके। इस परीक्षा में विभिन्न प्रकार के प्रश्न होते हैं, जिनमें MCQ, इन्टिजर टाइप, और मैचिंग टाइप प्रश्न शामिल होते हैं।

 

4. JEE Main vs JEE Advance पात्रता

जेईई मेन देने के लिए छात्र को 12वीं कक्षा में अच्छे अंक लाने की आवश्यकता होती है। 12वीं में पास होने के बाद ही जेईई मेन दिया जा सकता है, लेकिन इसमें अधिक अंक की कोई सख्त आवश्यकता नहीं होती। जेईई मेन देने के लिए कोई विशेष प्रतिशत नहीं होता, लेकिन कुछ कॉलेजों में एडमिशन के लिए न्यूनतम प्रतिशत का मानदंड हो सकता है।

जेईई एडवांस में बैठने के लिए छात्रों को जेईई मेन में अच्छा प्रदर्शन करना अनिवार्य है। केवल वे छात्र ही जेईई एडवांस दे सकते हैं, जो जेईई मेन में टॉप रैंकिंग में आते हैं। साथ ही, आईआईटी के लिए 12वीं में न्यूनतम 75% अंक होना जरूरी है।

 

5. JEE Main vs JEE Advance चयन प्रक्रिया

जेईई मेन के जरिए छात्र विभिन्न एनआईटी, ट्रिपल आईटी, और कुछ सरकारी व निजी कॉलेजों में प्रवेश ले सकते हैं। इस परीक्षा के बाद, काउंसलिंग प्रक्रिया के आधार पर कॉलेज और ब्रांच का चयन होता है।

जेईई एडवांस के बाद, काउंसलिंग के जरिए आईआईटी में ब्रांच आवंटित होती है। इस परीक्षा को पास करने वाले छात्र आईआईटी के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश पा सकते हैं। आईआईटी के लिए चयन प्रक्रिया बहुत ही कठिन होती है, और हर साल केवल कुछ हजार छात्र ही इसमें सफल होते हैं।

 

6. JEE Main vs JEE Advance प्रतियोगिता का स्तर

जेईई मेन में लाखों छात्र बैठते हैं, और इसका स्कोर कई कॉलेजों में मान्य होता है, इसलिए इसका चयन प्रतिशत अधिक होता है। जेईई मेन साल में दो बार आयोजित होता है, जिससे छात्रों को अपने स्कोर में सुधार का मौका मिलता है।

जेईई एडवांस में प्रतियोगिता का स्तर काफी कठिन होता है, क्योंकि यहां कम सीटों के लिए चयन होता है। इसमें केवल वही छात्र सफल हो पाते हैं, जो अपने विषयों की गहराई से तैयारी करते हैं और उच्च स्तर की समस्याओं को हल करने की क्षमता रखते हैं। जेईई एडवांस साल में केवल एक बार आयोजित होता है, जिससे छात्रों को केवल एक ही मौका मिलता है।

 

*मध्य प्रदेश में चलने वाली सभी योजनाओं की पूरी जानकारी*

 

*कृषि और किसानों से संबंधित सभी योजनाओं की पूरी जानकारी*

 

*लड़कियों और महिलाओं के लिए चलने वाली सभी योजनाओं की पूरी जानकारी*

 

*स्टूडेंट के लिए चलने वाली सभी योजनाओं और स्कालरशिप की पूरी जानकारी*

 

*हमारे देश में चलने वाली सभी योजनाओं की पूरी जानकारी*

 

*MP Government & Private Job Alert Link* – Click Here

 

*Total Job Alert* –  Click Here 

 

Our Website –

mpcareer.in – गवर्नमेंट और प्राइवेट जॉब्‍स की जानकारी

meribadhai.com – एक से बढ़कर एक बधाई और शुभकामनायें सन्देश

bharatyatri.com  – सभी यात्राओं और धर्मशालाओं की जानकारी

apniyojana.com – हर सरकारी योजना की सम्पूर्ण जानकारी

templatemanager.in – PEB / VYAPAM TEMPLATE बनाइए मात्र 10 Sec. में

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *